Ayushman भारत योजना के तहत कवरेज को दोगुना करने से खर्च भी बढ़ेगा। National Health Authority के अनुसार, कवरेज को 10 लाख रुपये तक बढ़ाने से योजना पर सालाना 12,076 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है। मगर, 1 फरवरी को पेश हुए अंतरिम बजट में इस योजना के लिए 7,200 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ था।
Due to this the limit may increase
बढ़ती महंगाई और इलाज के खर्च को देखते हुए, सरकार के पास Ayushman भारत योजना के कवरेज को बढ़ाने का प्रस्ताव गया था। वर्तमान समय में स्वास्थ्य सेवाओं की लागत में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिससे आम नागरिकों के लिए चिकित्सा खर्च का बोझ बढ़ता जा रहा है। ऐसे में, Ayushman भारत योजना जैसे सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों का महत्व और भी बढ़ जाता है।
इस योजना के तहत वर्तमान में कई सामान्य और गंभीर बीमारियों का इलाज उपलब्ध है, लेकिन कैंसर और ट्रांसप्लांट जैसे महंगे इलाज भी शामिल करने का सुझाव दिया गया है। कैंसर का इलाज, जो अक्सर लंबा और महंगा होता है, सामान्य लोगों की पहुंच से बाहर हो सकता है। इसी प्रकार, अंग प्रत्यारोपण की प्रक्रिया भी अत्यंत जटिल और महंगी होती है, जिसे वहन करना अधिकांश परिवारों के लिए कठिन होता है। इसलिए, कवरेज को बढ़ाना न केवल आवश्यक है बल्कि समय की मांग भी है।
Ayushman भारत योजना के तहत कवरेज बढ़ाने से न केवल मरीजों को आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि उन्हें बेहतर और उन्नत चिकित्सा सेवाएं भी प्राप्त होंगी। इस पहल से गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, जो महंगे इलाज के कारण अक्सर अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा करते हैं। कवरेज बढ़ाने से न केवल लोगों की जान बचाई जा सकेगी, बल्कि उनके जीवन की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
इसके अतिरिक्त, इस प्रस्ताव के माध्यम से सरकार का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को सभी के लिए सुलभ और सस्ता बनाना है। Ayushman भारत योजना के तहत यदि कैंसर और ट्रांसप्लांट जैसे इलाज शामिल किए जाते हैं, तो यह निश्चित रूप से एक बड़ी उपलब्धि होगी। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि देश की स्वास्थ्य व्यवस्था भी मजबूत होगी।
सरकार को चाहिए कि वह इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करे और इसे जल्द से जल्द लागू करे। इससे न केवल जनता का स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में भी एक सकारात्मक बदलाव आएगा। Ayushman भारत योजना के कवरेज को बढ़ाकर सरकार जनता के स्वास्थ्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा सकती है, जो देश के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होगा।